Monday 12 November 2012

सेक्स में छिपे हैं स्वास्थ्य के सूत्र


अनुसंधानों द्वारा यह साबित हो चुका है कि सेक्स स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। यह अनेक बीमारियों का ऐसा इलाज है जो न सिर्फ आनंददायक है वरन उत्साहवर्धक भी है। इससे विभिन्न तरीकों से लाभ पहुंच सकता है।
आयु बढ़ती है:
जो लोग नियमित रूप से सहवास करते हैं और जिनके मन में इसको लेकर किसी तरह की आशंकाएं नहीं हैं, वे उन लोगों की अपेक्षा ज्यादा लंबी आयु पाते हैं जो महीने में एक बार सेक्स क्रिया करते हैं।
युवा लगते हैं:
ऐसे दंपति जो हफ्ते में तीन बार सेक्स क्रिया करते हैं, वे उन लोगों की अपेक्षा ज्यादा युवा लगते हैं जो कभी-कभी इसे करते हैं या बिलकुल ही नहीं करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस प्रक्रिया में जो ऊर्जा लगती है उससे ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है, रक्त प्रवाह का संचार त्वचा में प्रवाहित होता है और त्वचा की नई कोशिकाएं बनती हैं। इससे त्वचा में एक आभा उत्पन्न होती है, वह चमकने लगता है। इसके अतिरिक्त ऐसी महिलाएं जिनको मेनोपॉज हो चुका है अगर सहवास क्रिया करती रहती हैं, उन्हें गर्मी या पसीना आने की शिकायत नहीं रहती है। न ही ऐसी महिलाओं पर आयु का ज्यादा प्रभाव पड़ता है।
मजबूत होती हैं हड्डियां:
'इंक्रीज योर सेक्स ड्राइव' के लेखक डॉ. सराह ब्रीवर के अनुसार, 'नियमित रूप से सहवास करने से एस्ट्रोजन लेवल बढ़ जाता है जिससे महिलाएं ओस्टियोपॉरिसिस या हड्डियों के रोग से पीडि़त नहीं होती हैं।'
सुखद नींद:
सेक्स के दौरान ऑक्सीटॉसिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है जिसका इतना सुखद असर पड़ता है कि आप चैन की नींद सो जाती हैं। पुरुषों पर इसका ज्यादा प्रभाव पड़ता है इसीलिए वे सहवास क्रिया के बाद बात करने के बजाय सोना पसंद करते हैं।
 तनाव खत्म हो जाता है:
सेक्स क्रिया के दौरान एंड्रोफस नामक एक हार्मोन शरीर से निकलता है जिसके कारण आप तनावमुक्त महसूस करती हैं। उस दौरान फिनीलेथलमाइन रसायन का स्त्राव होता है जिससे स्वस्थ होने की भावना उत्पन्न होती है। प्यार भरे रिश्ते में की गई सहवास क्रिया मन में एक उत्साह भर देती है कि कोई आपको प्यार करता है, आपकी परवाह करता है। आप ज्यादा समय खुश रहती हैं। खुशी ही तनावमुक्त रहने का सबसे कारगर उपाय है। मैक्स हेल्थ केयर सेंटर की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीलांजना के अनुसार, 'सेक्स के दौरान चूंकि एक निश्चिंतता होती है इसलिए पति-पत्‍‌नी दोनों ही तनावमुक्त महसूस करते हैं। हृदय गति बढ़ने से शरीर और मन में एक स्फूर्ति महसूस होती है।'
दर्द निवारक:
एंड्रोफिंस हार्मोन प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में कार्य करता है। बढ़ते हुए एस्ट्रोजन स्तर से प्री-मेन्सट्रुअल सिंड्रोम और मासिक स्त्राव के समय होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है। इससे अनियमित मासिक चक्र भी नियमित हो जाता है। अध्ययनों से पता लगा है कि सहवास करने से आर्थराइटिस से पीडि़त महिलाओं को भी आराम मिलता है। इससे होने वाली अनुभूति से सिरदर्द और माइग्रेन तक दूर हो जाता है। इसलिए अगली बार सिरदर्द होने का बहाना बनाकर इससे बचने की कोशिश न करें। सर्दी-जुखाम भी इससे दूर हो जाता है।
शक्ति बढ़ती है:
ऑर्गेज्म के दौरान ताजा खून सारे शरीर में फैल जाता है, यहां तक कि दिमाग में भी। इससे उस क्षेत्र में रक्त संचार बढ़ जाता है। सर्वेक्षणों से पता चला है कि इससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ने से वह ज्यादा कठिन काम कर सकता है। विभिन्न हार्मोन मानसिक शक्ति में बढ़ोतरी करते हैं।
व्यायाम भी है:
एक तरफ जहां व्यायाम करने से आपके सेक्स जीवन में सुधार आता है वहीं यह खुद एक प्रभावशाली व्यायाम है। सेक्स मांसपेशियों की टोनिंग करने में मदद करता है। तीस मिनट की सेक्स प्रक्रिया के दौरान एक आम व्यक्ति की करीब दो सौ कैलोरी खर्च होती हैं। यानी अगर आप प्रतिदिन इसे करते हैं तो हर दो हफ्ते बाद आपका आधा किलो वजन घट सकता है। अगर आप एक साल तक हफ्ते में तीन बार इसे करते हैं तो यह दो सौ किलोमीटर दौड़ने के बराबर होता है।
हृदय रोग से बचाव:
हृदय रोग विशेषज्ञ मानते हैं कि हफ्ते में तीन बार कम से कम बीस मिनट तक सेक्स क्रिया करने से हार्ट अटैक होने का खतरा कम हो जाता है। इससे हृदय गति में भी सुधार होता है। अपोलो अस्पताल की मनोवैज्ञानिक डॉ. एकता सोनी के अनुसार, 'जब मानसिक स्थिति ठीक रहती है तो व्यक्ति सकारात्मक दिशा में सोचता है। पति-पत्‍‌नी को जब यह महसूस होता है कि दोनों को एक-दूसरे की जरूरत है तो वे डिप्रेशन के शिकार नहीं होते। इससे निजी संबंध भी पुख्ता होते हैं।'
सैक्स फीलगुड का अहसास कराए
सेक्स  सामान्य तंदुरूस्ती को बढ़ाता है और आपके आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ा देता है। निरर्थक सेक्स प्यार भरे सेक्स  की तरह कारगर नहीं होता। अध्ययनों से पता चला है कि शादीशुदा या एक दूसरे के प्रति वफादार जोड़े बेहतर संतु‍ष्ट जीवन बिताते हैं। आपसी वफादारी और घनिष्ठता से आपको भावनात्मक सुरक्षा का अहसास होता है और आंतरिक खुशियां मिलती हैं। प्यार भरे इन क्षणों के दौरान आपको अपने साथी के लिए प्यार और महत्वपूर्ण होने का अहसास आपकी आत्म-प्रतिष्ठा को भी बढ़ा देता है।
सेक्स-एक रिश्ते मज़बूत बनाने वाला अनुभव
आपको प्यार करने वाले जोड़ीदार (पार्टनर) की निकटता और चरमसुख की ओर बढ़ने का आनंद दोनों मिलकर "प्यार के हॉर्मोन" ऑक्सीटोसिन का स्तर बढ़ा देते हैं जिससे आपसी सम्बन्ध और रिश्ते मज़बूत होते हैं। अच्छे  सेक्स से लम्बे समय के रिश्तों में महबूती आती हैं ।